नीति और नीयत सही हो तो हर संघर्ष में विजय संभव:- राजेंद्र सिंह
नीति और नीयत सही हो तो हर संघर्ष में विजय संभव:- राजेंद्र सिंह
बोकारो:
बोकारो इस्पात संयंत्र में एच.एस.सी.एल के नाम पर वर्षो से मजदूरों पर हो रहे शोषण पर अब पूर्ण विराम लग गया. बोकारो इस्पात के ट्रैफिक विभाग के मजदूरों को मिनिमम वेज मिलना प्रारंभ हो गया है. इसकी जानकारी देते हुए संघ महामन्त्री सह एनजेसीएस सदस्य राजेंद्र सिंह ने कहा कि क्रान्तिकारी इस्पात मजदूर संघ (एचएमएस) के प्रयास और मजदूरों की एकजुटता से यह सब संभव हुआ. इस बाबत कुछ दिनों पूर्व युनियन और प्रबंधन के बीच समझौता हुआ था. इस समझौते में स्पष्ट है कि अब एच.एस.सी.एल. में कार्यरत ठेका मजदूरों के पेमेंट की जवाबदेही बोकारो इस्पात संयंत्र की होगी. इस माह के पेमेंट के साथ उक्त समझौते पर मुहर भी लग गई. कहा कि मजदूरों के हक और अधिकार की प्राप्ति हीं किसी भी जीवन्त संगठन का लक्ष्य होना चाहिए. ट्रैफिक विभाग के मजदूरों ने भी कठिन संघर्ष किया. सारी मुश्किलों के बावजूद अपनी एकजुटता बनाये रखा. इस दौरान उन्होंने अनहोनी को होनी में बदलने के लिए सभी मजदूरों को धन्यावाद दिया.
मिनिमम वेज के भुगतान और अपनी जीत के बाद मजदूर काफी जोश और उत्साह में दिखे. इस दौरान अन्य संगठन के मजदूर भी पुराने युनियन को छोड़कर संघ की सदस्यता ग्रहण की. संघ के प्रधान कार्यालय जनवृत 9 में सभी ठेका मजदूरों ने संघ के महामन्त्री एवं पदाधिकारियों का माल्यार्पण कर भव्य स्वागत किया. एक दूसरे का मुँह मिठा कराया.
इस दौरान आर.के.सिंह, सुभाषचंद्र कुम्भकार, शशिभूषण, अशोक चौधरी, मनोज कुमार महतो, बलदेव महतो, गौतम कुमार मंडल, जगदीश महतो, शकील अहमद, रमेश सिंह, अम्बिका महतो, एन.एन.पाण्डेय, विजय रजक, कमरुद्दीन अंसारी, काशी मोहली, याकुब अंसारी, एनुल मियाँ, रामेश्वर सिंह मुख्य रूप से उपस्थित थे.