बालीडीह मोड़ सड़क दुघर्टना में दो घर का चिराग बुझा, तीसरे आईसीयू में भर्ती
इस सड़क हादसे में विधवा मां का एकलौता सहारा छीन लिया
Bokaro :
बालीडीह थाना अंतर्गत बालीडीह मोड़ पर बीती रात करीब साढ़े 11 बजे एक बाइक (JH 22 G 0228) पर सवार तीन नवयुवक सड़क दुघर्टना का शिकार हो गया. इस घटना में बाइक चालक करीब 18 वर्षीय अमन कुमार तथा 18 वर्षीय अनुज कुमार सिंह की मौत हो गई. वहीं, बियाडा क्षेत्र निवासी शुभम कुमार बुरी तरह घायल अवस्था में बीजीएच के आईसीयू में इलाजरत है. अमन कुमार जरीडीह थाना क्षेत्र अंतर्गत टांड़ बालीडीह निवासी लालू रजवार का बड़ा बेटा था. वहीं, अनुज कुमार सिंह बालीडीह थाना क्षेत्र अंतर्गत सिंह टोला के स्वर्गीय संतोष कुमार सिंह का एकलौता पुत्र था.
अपने भइया के रिसेप्शन पार्टी से अनुज और शुभम को घर छोड़ने आ रहा था अमन :-
बताया जाता है कि टांड़ बालीडीह निवासी अमन के बड़े पापा के बेटे का विवाह हुआ है. इसको लेकर गुरुवार शाम रिसेप्शन पार्टी का आयोजन किया गया था. जहां अमन के दोनों दोस्त अनुज और शुभम भी पहुंचा था. रामगढ़ निवासी अपने एक रिश्तेदार का बाइक लेकर अमन अपने दोस्तों को घर छोड़ने बालीडीह तथा बियाडा जा रहा था. इसी दौरान एक सीमेंट लदे ट्रक से जोरदार टक्कर हो गया. इस घटना में मौके पर ही अमन की मौत हो जाने की बात कही जा रही है. अमन के पिता दैनिक मजदूरी का काम करते है. दो भाईयों में अमन बड़ा लड़का था. घटना की खबर परिजनों को मिलते ही शादी घर में माहौल गमगीन हो गया.
इस दुर्घटना ने छीना विधवा मां का एकलौता सहारा :-
बताया जाता है कि सिंह टोला निवासी अनुज कुमार की मौत बीजीएच में इलाज के दौरान हो गई. अनुज अपने विधवा मां का एकलौता पुत्र था, जो इस सड़क हादसे में मौत के कोख में समा गया. अनुज बालीडीह गोविंद मार्केट में एक दवाई दुकान में काम कर अपना और अपनी मां का भरण-पोषण करता था. उसके पिता संतोष सिंह की मृत्यु करीब 7-8 वर्ष पूर्व हो चुकी है. इस घटना से अनुज की मां पूरी तरह टूट गई. उनका रो-रो कर बुरा हाल है.
बीजीएच के आईसीयू में चल रहा है शुभम कुमार का इलाज :-
इस सड़क दुघर्टना में बियाडा क्षेत्र निवासी शुभम कुमार, पिता संजय प्रसाद घायलावस्था में बीजीएच के आईसीयू में भर्ती हैं. शुभम कुमार अपने माता-पिता का एकलौता पुत्र हैं, जिसकी एक छोटी बहन है. शुभम के पिता संजय प्रसाद ने बताया कि सुबह-सुबह घटना की सूचना मिली. खबर मिलते ही पूरा परिवार बीजीएच पहुंचा. अब सब कुछ यहां के चिकित्सक और ईश्वर के भरोसे है. वहीं, शुभम की घटना सुन आस-पास के पड़ोसी भी पहुंचे.