एतिहासिक विजय दिवस के 53वें वर्षगांठ पर बोकारो के पूर्व सैनिकों ने शहीद सैनिकों को दी श्रद्धांजलि
Bokaro :
आज से ठीक 52 वर्ष पूर्व 1971 में बांग्लादेश की आजादी को लेकर भारतीय सैनिकों ने एतिहासिक युद्ध में, पाकिस्तानी सैनिकों के दांत खट्टे किए थे. यह युद्ध एक ऐसी एतिहासिक घटना है, जिसे ना भारतीय भुला सकते है, ना पाकिस्तानी और ना ही बांग्लादेशी. एक साथ 90 हजार पाकिस्तानी सैनिकों ने भारतीय सेना के समक्ष सरेंडर किया था, जो आज भी विश्व इतिहास में सैनिकों का सबसे बड़ा आत्म समर्पण है. इस दिन को याद करते हुए पूर्व सैनिक सेवा परिषद बोकारो ने 16 दिसंबर को विजय दिवस के 53वें वर्ष में अपने शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित किया. बोकारो में निवास कर रहे, उस युद्ध के कुछ नायकों को सम्मानित करने के लिए, सिटी पार्क स्थित शहीद उद्यान में एक श्रद्धांजलि सह सम्मान कार्यक्रम का आयोजन किया. कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व सैनिक कृष्णा सिंह बालाजी उपस्थित थे.
इस कार्यक्रम में परिषद के अतिरिक्त, नगर के गणमान्य नागरिक, विश्व हिदू परिषद, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, सेवा भारती, संकल्प सृजन एवं सांसद प्रतिनिधि व अन्य संगठनों के सदस्यों की उपस्थिति रही. सभी लोगों ने मिलकर शहीदों के सम्मान में नारा बुलंद किया. कार्यक्रम का शुभारंभ भारत माता की जय, बंदे मातरम एवं भारतीय सेना अमर रहे के नारों से आरंभ हुआ. इस दौरान मौके पर मौजूद लोगों द्वारा 1971 युद्ध में शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित किया गया.