बांसगोड़ा पूर्वी में सरहुल महोत्सव में झूमा आदिवासी समुदाय

Bokaro:
बांसगोड़ा पूर्वी में धूमधाम से सरहुल महोत्सव मनाया गया। पंचायत के जाहेर स्थल पर नायके बलदेव मुर्मू ने विधिवत रूप से ईष्ट देव की पूजा अर्चना की। ग्रामीणों की सुख-समृद्धि व सफल जीवन की कामना की। वहीं, शाम को सरहुल महोत्सव में नृत्य-संगीत का आयोजन किया गया। इस दौरान आदिवासी समुदाय की महिलाओं व बालिकाओं ने लोकगीत में मांदर की थाप पर पारंपरिक नृत्य किया। देर रात तक सभी झूमे। आयोजन समिति के मनोज मुर्मू ने कहा कि आदिवासी समाज प्राकृतिक की पूजा करते है। आज जब पर्यावरण की स्थिति दयनीय है, तब प्राकृतिक पूजा का महत्व बढ़ जाता है। सभी समुदाय के लोगों को इस धरोहर को बचाने के लिए सामने आना चाहिए। तभी प्रकृति को बचाया जा सकता है।
कार्यक्रम को सफल बनाने में बांसगोड़ा पूर्वी मुखिया सावित्री देवी,नोभी हेंब्रम, सुनील मुर्मू, प्रदीप मुर्मू, कार्तिक मुर्मू, सुखराम मुर्मू, दीपक मुर्मू, बिनोद मुर्मू, मोहन मुर्मू आदि शामिल थे।