बोकारो बंदी के दौरान आगजनी, झड़प, विफल रहा वार्ता

163 लागू होने के बाद बोकारो विधायक गिरफ्तार, रात को सांसद पहुंचे बोकारो
Bokaro Steel City:
विस्थापित अप्रेंटिस संघ के युवक प्रेम कुमार महतो की मौत के बाद गुरुवार देर शाम से ही बोकारो अस्त व्यस्त रहा। शुक्रवार को विभिन्न जगहों पर विस्थापित ग्रामीणों ने मुख्य मार्ग सहित बीएसएल प्लांट के सभी गेट को बंद कर दिया। बंदी का समर्थन विभिन्न राजनीतिक व सामाजिक संगठनों ने किया। बंदी के दौरान नहर भी काट दिया गया। बस, बाइक, हाईवा सहित कई वाहनों में आग लगा दी गई। दुंदीबाग बाजार में बंद समर्थकों व दुकानदारों की बीच झड़प हुई। इधर, घटना की सूचना पा पर बोकारो पहुंचे जेएलकेएम सुप्रीमो सह डुमरी विधायक जयराम महतो व बोकारो विधायक श्वेता सिंह आमने-सामने भीड़ गये। श्वेता सिंह के विरोध से जयराम समर्थको ने विरोध जताया।
उपायुक्त कार्यालय में वार्ता – बोकारो उपायुक्त कार्यालय में शुक्रवार शाम वार्ता का दौर शुरू हुआ। यहां भी बोकारो विधायक श्वेता सिंह व विधायक जयराम महतो के बीच विवाद गरमाया। बैठक में उपायुक्त व जिले के अन्य अधिकारी के साथ बोकारो विधायक, डुमरी विधायक, झामुमो महानगर अध्यक्ष मंटू यादव सहित अन्य शामिल थे। वार्ता सफल नहीं हो सकी। देर शाम सांसद ढुल्लू महतो दिल्ली से बोकारो पहुंचे। लोगों को समझाया कि यह लड़ाई विस्थापित व बीएसएल प्रबंधन के बीच है। इसी दूसरी ओर मोड़ने से बचें।
एसडीओ ने 163 लागू किया, बोकारो विधायक हिरासत में – देर रात करीब दस बजे चास अनुमंडल पदाधिकारी प्रांजल ढ़ंडा ने बीएनएसएस की धारा 163 का लागू किया। इसके बाद बीएसएल प्लांट गेट पर अपने समर्थकों के साथ बैठी बोकारो विधायक श्वेता सिंह को हिरासत में ले लिया गया। इधर, सीआईएसएफ ने रात को लाठी भांज कर प्लांट गेट को खाली कराया। करीब 28 घंटे के बाद प्लांट में कर्मचारी के लिए आने-जाने का मार्ग खुला।
देर रात बड़ा खटाल व विस्थापित के साथ झड़प- बताया जाता है कि बाइक सवार तीन विस्थापित युवकों पर बड़ा खटाल के समीप रात को सड़क पर हमला हो गया। तीनों घायल हो गए। इसके बाद देर रात विस्थापित उग्र हो गए। बड़ा खटाल व विस्थापितों के बीच झड़प हुई।