शाम 6 बजे रेलवे कर्मियों पत्नी के साथ निकले टहलने, क्वार्टर से करीब 10-15 लाख का जेवर उड़ा ले गया चोर

शाम 6 बजे रेलवे कर्मियों पत्नी के साथ निकले टहलने, क्वार्टर से करीब 10-15 लाख का जेवर उड़ा ले गया चोर
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Bokaro :

बोकारो रेलवे कॉलोनी वासी इन दिनों काफी असुरक्षित महसूस कर रहे हैं. एक के बाद एक हो रही चोरी की घटनाओं से रेलवे कर्मी और उनके परिजनों में दहशत और आक्रोश का माहौल समाहित है. थाना पुलिस में घटनाओं का रिपोर्ट दर्ज करा दिया जाता है. लेकिन न तो चोरी की घटनाओं में कमी आ रही है और ना ही चोरी बाज आ रहे है. अब तो आलम ये है कि अब चोर रात का इंतजार भी नहीं करते. कभी दिनदहाड़े तो शाम ढलते-ढलते ही चोर घटना को अंजाम दे कर निकल जाते है. सिर्फ एक घंटे के लिए घर खाली होना ही चोरों के लिए काफी है. कॉलोनी में इस तरह चोरी की वारदातें सबको चौका रही है. कारण है कि यहां जीआरपी, बालीडीह थाना तथा आरपीएफ की मौजूदगी के बावजूद ऐसी घटनाएं होना कॉलोनी वासियों को परेशान कर रही है.

ताजा मामला गुरुवार की शाम की है. जब इंजीनियरिंग विभाग के कर्मी (राधानगर पंचायत के गुडगुडी के निवासी) परिक्षित मंडल अपने रेलवे कॉलोनी स्थित चिल्ड्रेन पार्क के समीप क्वार्टर संख्या DSII/31D से अपनी पत्नी के साथ शाम 6 बजे टहलने निकले थे. शाम करीब 7 बजे अपने क्वार्टर वापस लौटे. तो क्वार्टर का मुख्य गेट खुला पाया. जैसे-जैसे अंदर की ओर घुसते गए. वैसे-वैसे एक के बाद दूसरा दरवाजा भी खुला और ताला टूटा हुआ पाया. अंदर अलमीरा भी टूटा देख पति-पत्नी के होश उड़ गए.

परिक्षित मंडल ने बताया कि इस घटना में दोनों शादीशुदा बेटी, पत्नी तथा नातिन का सारा जेवर चोर ले गया. इसमें सोने का चार हार, एक चूड़ी, कंगन, चार झुमका, एक चेन, दो ताबीज, दो मंगलसूत्र, 7 नोजपिन, 4 मनटीका, 3 नथ, एक अंगुठी, 8 जोड़ी पायल आदि चोरी चली गई. उन्होंने बताया कि चोरी गए सामग्री की कीमत करीब 10-15 लाख के आसपास है. वहीं, मौके पर मौजूद रेलवे कर्मियों ने बताया कि एक वक्त था जब रात को घर खाली छोड़ने पर डर लगता था. लेकिन इन दिनों तो अब दिन और शाम कौन भी चोरी की घटनाएं हो रही है. एक पल के लिए भी क्वार्टर को खाली छोड़ना, अप्रिय घटनाओं के लिए काफी मालूम पड़ता है. कॉलोनी वासियों ने बताया कि पहले जीआरपी थाना की पेट्रोलिंग हुआ करती थी. जो बंद है. शाम ढलने के बाद जहां-तहां जमावड़ा लगा रहता है. लेकिन उस जमावड़ा पर अंकुश लगाने वाला कोई नहीं है. बालीडीह थाना पुलिस तथा जीआरपी थाना पुलिस की टीम आपसी सामंजस्य बना ले तो बहुत हद तक इस घटनाओं को रोका जा सकता है.

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