पिछले 10 वर्षों से यहां के जनप्रतिनिधि ने विस्थापितों और ग्रामीणों को किया नजरंदाज: श्वेता सिंह
Bokaro:
पिछले 10 वर्षों से बोकारो के जनप्रतिनिधि यहां के ग्रामीणों तथा विस्थापितों की समस्याओं को नजरंदाज करते आ रहे है. इस कारण बोकारो की जनता के सपने आज भी अधूरे हैं. बोकारो के निर्माण में यहां के विस्थापितो का अहम योगदान है इसे कभी भुलाया नहीं जा सकता. लेकिन यहां के विस्थापित हक अधिकार के लिए आज भी लालायित हैं. ये बातें इंडी गठबंधन प्रत्याशी श्वेता सिंह ने जनसंपर्क अभियान के दौरान लोगों को संबोधित करते हुए कही. उन्होंने कहा कि बोकारो मेरा अभिमान है. बोकारो की जनता ने मुझे और मेरे परिवार को भरपूर प्यार व समर्थन दिया है. दादा (पूर्व मंत्री स्व० समरेश सिंह) के सपनों को पूरा करने के लिए यहां के ग्रामीणों व विस्थापितों की समस्याओं का समाधान करने के लिए आप सब के बीच आपका समर्थन मांगने आई हूं. आपकी हर समस्या के साथ समाधान तक की लड़ाई में हमेशा आपके साथ खड़ी हूं. आपके हक अधिकार को दिलाकर आपके स्वाभिमान को बरकरार रखना मेरी प्राथमिकता है. हम सब मिलकर बोकारो को आपके सपना का बोकारो बनाएंगे. जहां से किसी बेटा-बेटी को शिक्षा व रोजगार के लिए पलायन की भेंट नहीं चढ़ना होगा.
इसी क्रम में विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों जैसे धनडबरा, लेवाटांड़, मधुडीह, चिटाही, जोशी कॉलोनी, महुआर, राउतडीह, चैताटांड़, जमुनियाडीह, कर्माटांड़, बासगढ़, आगरडीह, पिपराटांड़, कंचनपुर, महेशपुर, कुंडौरी की जनता से 20 नवंबर को अपने पक्ष में हाथ के निशान पर बटन दबाकर भारी मतों से विजयी बनाने के लिए अपील की.