लोक आस्था का छठ महापर्व का चार दिवसीय अनुष्ठान आज से शुरू
Bokaro:
लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा का चार दिवसीय अनुष्ठान मंगलवार 5 नवंबर से नहाय खाय के साथ शुरू हो जाएगा. छठ महापर्व को लेकर शहर से लेकर गांव तक के विभिन्न तालाब व जलस्रोतों की साफ-सफाई का काम लगभग पूरा हो चुका है. छठ घाट बनाने का काम अंतिम चरण में है. इस संबंध में पुजारी अमरजीत पांडेय ने बताया भगवान भास्कर की पूजा अर्चना करने से श्रद्धालुओं को वंश, मान, प्रतिष्ठा व कीर्ति प्राप्त होता है. नहाय खाय के साथ मंगलवार से छठ महापर्व का शुभारंभ होगा. इस दिन छठव्रती स्नान के बाद कद्द भात को प्रसाद के रूप में ग्रहण कर करते है. बुधवार संध्या में खरना होगा. इस दिन छठव्रती दिन भर निर्जला उपवास रहकर सूर्यास्त के बाद दूध से खीर बनाते हैं. पूजन कर भगवान सूर्य को भोग लगाकर, प्रसाद के रूप में स्वयं ग्रहण कर श्रद्धालुओं के बीच महाप्रसाद के रूप वितरीत किया जाता है. इसके साथ ही 36 घंटे का निर्जला उपवास की शुरुआत हो जाता है. छठव्रत अनुष्ठान के तीसरे दिन गुरूवार को छठव्रतियों द्वारा निर्जला व्रत रखकर संध्या काल में अस्ताचलगामी भगवान सूर्य को पहला अर्ध्य दिया जाएगा. अनुष्ठान के चौथे दिन शुक्रवार की सुबह में उगते हुए भगवान भास्कर को छठव्रती तालाबों व सरोवरों में खड़ा होकर श्रद्धा व भक्ति के साथ दूसरा अर्ध्य दिया जाएगा. इसके साथ ही चार दिनों का सूर्योपासना का महापर्व छठ शुक्रवार को संपन्न हो जाएगा.