चास-बोकारो में सर्वे सेटेलमेंट की त्रुटियां करुंगा दूर, बिजली का केस लेंगे वापस- हेमंत सोरेन
इंडी गठबंधन के समर्थन में चुनावी सभा के दौरान एनडीए सरकार को घेरा कहा: पूंजीपति मित्रों का माफ करता है कर्ज
Bokaro:
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बोकारो जिले के तीन विधानसभा क्षेत्रों चंदनक्यारी, बेरमो और गोमिया में इंडी महागठबंधन के समर्थन में चुनावी सभा को संबोधित किया. उन्होंने झारखंड सरकार की उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए कहा कि हमारी सरकार ने जनहित में कई योजनाएं लागू की. 200 यूनिट तक बिजली बिल माफ, मईयां सम्मान योजना, अबुआ आवास योजना जैसी योजनाओं को लागू किया. जिन योजनाओं का लाभ सीधे आम जनता को मिला और मिल रहा है. साथ ही, उन्होंने कहा कि दिसंबर माह से मईयां सम्मान योजना के तहत मिलने वाली सहायता राशी ₹1000 की जगह ₹2500 दी जाएगी. कहा कि हमारी सरकार ने बकाया बिजली बिल और किसान ऋण माफ किया. अपनी सरकार की उपलब्धियों को गिनाते हुए जनता से इंडी गठबंधन के पक्ष में वोट देने की अपील की.
व्यापारी मित्रों का अरबों रुपए माफ करने वालों के पास गरीब, महिला, किसानों के लिए नहीं है पैसा-
हेमंत सोरेन ने NDA गठबंधन पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा की सरकार के दौरान किसान कर्ज के कारण मर रहे थे. बिजली बिल जमा नहीं करने पर जेल जाना पड़ता था. लेकिन 20 सालों में भाजपा सरकार ने गरीबों का बिजली बिल माफ नहीं किया. किसानों का कर्ज माफ नहीं किया. लेकिन हमारी सरकार ने किसानों और गरीब के लिए काम किया. बिजली बिल माफ की. किसानों का कर्ज माफ किया. इस बार फिर सरकार बनते ही बिजली के लिए हुए जनता पर हुए मुकदमे वापस लिया जाएगा. लेकिन भाजपा ने अपने व्यापारी व उद्योगपति मित्रों का अरबों रुपए का किया. कहा कि यहां की जनता को 500 रुपए में सिलेंडर देने की बात कह रहे है, उनसे पूछों कि जहां-जहां उनकी सरकार है, वहां-वहां 500 में सिलेंडर क्यों नहीं मिल रहा है.
सरकार बनते ही चास बोकारो के सर्वे सेटेलमेंट की त्रुटियों को करेंगे दूर-
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार बनते ही चास-बोकारो के सर्वे सेटेलमेंट की त्रुटियों को खत्म किया जाएगा. भाजपा सरकार पर सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया. वहीं, असम के मुख्यमंत्री हेमंता विश्वा सरमा को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि असम बाढ़ में डूब रहा है. हमलोग मदद कर रहे है और वहां के मुख्यमंत्री यहां की सरकार गिराने में लगे हैं. झारखण्ड से असम में जाकर बसे आदिवासियों को आज तक इन लोगों ने आदिवासी का दर्जा नहीं दिया. उन्होंने कहा कि ये लोग यहां बहन-बेटी की बात करते हैं. इनसे पूछों मणिपुर में किसकी सरकार है!
फिर से हेमंत सोरेन की सरकार
प्रत्याशी उमाकांत रजक ने कहा कि हेमंत सोरेन के नेतृत्व में राज्य सरकार के योजनाओं को सराहा जा रहा है । फिर से हेमंत सोरेन की सरकार बनने पर विकास कार्यों को गति मिलेगा । मौके पर निरसा के पूर्व विधायक अरूप चटर्जी, क्रांगेस के पूर्व जिला अध्यक्ष रामाराउत, झामुमो के जिला अध्यक्ष हीरालाल मांझी, देवाशिष मंडल, मृत्यंजय शर्मा, जवाहर लाल माहथा, मंटू यादव, दिलीप तिवारी, सुभाष शेखर, दिलीप ओझा, किरण बाउरी, सृष्टिधर रजवार, शेखर चौबे, रामपद दास, विश्वनाथ महतो समेत अन्य थे ।