बोकारो में लाठीचार्ज से विस्थापित युवक मौत, अज्ञात लोगों ने काटा नहर

लाठीचार्ज में मौत के बाद फूटा विस्थापितों का आक्रोश, एनएच सहित लगभग सारी मुख्य मार्ग बाधित
- बोकारो रेलवे स्टेशन पर पसरा सन्नाटा, नहीं पहुंच पा रहें यात्री
- आजसू पार्टी ने बोकारो औद्योगिक क्षेत्र में यातायात किया ठप
Bokaro Steel City/किशन
विस्थापित अप्रेंटिस संघ द्वारा बीएसएल प्रबंधन से नियोजन की मांग को लेकर गुरुवार को आंदोलन किया गया। आंदोलन के दौरान बीएसएल की सुरक्षा में लगे सीआईएसएफ द्वारा लाठीचार्ज किया गया। इस घटना में शिबूटांड़ निवासी 24 वर्षीय प्रेम कुमार महतो की मौत हो गई। विस्थापित युवक की मौत की सूचना फैलते ही बोकारो के विस्थापित आग बबूला हो उठें। आक्रोशित विस्थापितों ने घटना के बाद शहर के सारे बाजार, एनएच, सेक्टर 9 हटिया मोड़, तुपकाडीह-फुसरो मुख्य मार्ग, जैनामोड़, सिवनडीह सहित कई मार्ग को बंद कर दिया गया। शुक्रवार सुबह स्कूल बालीडीह, गोविंद मार्केट सहित बोकारो औद्योगिक क्षेत्र में भी गतिविधियां ठप पड़ गई। आजसू सहित कई दलों ने इस बंदी का समर्थन किया।
शुक्रवार सुबह होते होते कट चुका था तेनुघाट-बोकारो नहर – एक ओर जहां सड़क पर विस्थापित बैठ कर मार्ग को जाम कर दिया। वहीं, तुपकाडीह-चंद्रपुरा मेन रेलवे लाइन व टीटी लाइन के बीच स्थित तेनुघाट से बोकारो स्टील प्लांट को जाने वाली नहर को अज्ञात लोगों द्वारा काट दिया गया। इसके साथ ही नहर का पानी आसपास कू खेत-खलिहान में बहने लगा। बताया जाता है कि तुपकाडीह रेलवे फाटक से एसजीपी गेट (बीएसएल का नहर गेट) जाने वाली मुख्य मार्ग में इस घटना को अंजाम दिया गया है।
रेलवे स्टेशन पर पसरा सन्नाटा- बीती रात से बोकारो की सड़कें बंद होने के बाद यातायात संसाधन के अभाव में बोकारो रेलवे स्टेशन पर सन्नाटा पसरा हुआ है। बहुत कम यात्री ही रेलवे स्टेशन तक पहुंच पा रहें हैं। सुबह भी कई ट्रेनें खाली ही रवाना हुई। यहां तक की हटिया से पटना को जाने वाली सुपर (कोसी) एक्सप्रेस में भी काफी कम संख्या में लोग सवार हुए। सड़क जाम के कारण शुक्रवार सुबह बोकारो के अधिकांश क्षेत्र में अखबार भी नहीं पहुंच सका।